तेरी एक ज़ख्म ने मुझे दर्द में जीना सीखा दिया,
मेरी सुंदर दुनिया को एक वीराना देश बना दिया,
आज मैंने अपनी कहानी की सुरुआत इन दो पंक्तियों से किया है ,पता है क्यों??
क्योंकि इन दो पंक्ति में ही मेरी पूरी कहानी छुपी हुई है।
कुछ अलग थी मेरी ज़िंदगी,न कोई दर्द न कोई गम का साया था,
खुश था मैं और अपने सपनो को फूलो से सजाया था,
पर वो खुशी के पल मुझसे यू मायूश हो जाएगी पता नही था,
मोहब्बत में इतने ज़ख्म मिलते है मुझे पता नही था,
बड़ा मुश्किल है इस ज़िन्दगी को समझना,इसके हरेक खुशी के पीछे भी एक मायूशी छिपी होती है।
और अक्सर हम उस मायूशी भरे पल को नही देख पाते है।
हमारी भूल ये है कि हम हर झूठ को भी प्यार समझ लेते है,
मिलता दर्द तब प्यार से सबक लेते है।
मुझे क्या पता था कि आंखों की गुस्ताखियों की सज़ा इस नादान दिल को मिलेगा।इन आँखों ने कुछ ही दिनों में बहुत सारे सपने देख लिए थे।हमेशा उन सपनों को सच करने के लिए एक अलग ही जुनून दिखते थे ।सोते हुए भी बस एक ही बात बार बार मेरी नज़रों के सामने आती थी।कि मुझे कुछ अलग करना है उनके लिए ताकि मैं उनको खुश रख सकू।पर वो तो मेरे साथ प्यार भरी नाटक कर रहे थे।
आपने जो मेरे साथ किया खुदा ना करे कि आपके साथ भी वो हो जाये,
आपके सारे सपने पूरे हो आपको सारी खुशी मिल जाये।
वो मेरे जज़्बातों से खेल रहे थे।मेरे विश्वास को किनारा कर कुछ अलग ही सोच रहे थे।मैंने कभी भी ये नही सोचा था कि मैं किसी को रुलाउ पर मेरी तकदीर में शायद सिर्फ रोना ही लिखा था।मैंने कभी भी नही सोचा कि मैं किसी का दिल दुखाऊ पर मेरी किस्मत में सिर्फ दर्द ही लिखा था।उन्होंने मुझसे धोखा,फरेब किया और मेरी खूबसूरत दुनिया को एक बिराना देश एक सुनी दुनिया बना दिया---------------
(Imaginary Thought)