दर्द देने वाले मुझे आज कुछ नया सीखा गए,
दिल तोड़कर मेरा आज मुझे वफ़ा सीखा गए,
हर बार देते है इस दिल को एक जख़्म नया,
एक और जख़्म देकर आज मुझे बेवफा बना गए,
काश! इस दिल का दर्द भी हम दिखा पाते,
कितने जख़्म है इस दिल मे वो दिखा पाते,
तो शायद आज बहानो की ज़रूरत ना पड़ती,
ये जख़्म ही बिन कहे सबकुछ बता जाते..✍