राहुल गाँधी Vs प्रधानमंत्री और बीजेपी पार्टी

Author Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh' Mon 18th Dec 2017      Write your Article
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गुजरात के इस प्रतिष्ठापूर्ण दंगल की हलचल पूरे देश मे सुनी जा सकती है ।
गुजरात के इस दंगल में एक लंबे समय से गुजरात के सिंहासन पर काबिज बीजेपी और प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है ।
शायद यही कारण है कि प्रतिष्ठा की इस महा जंग को फतह करने के लिए खुद मोदी जी तो पसीना बहा ही रहे हैं उनका साथ देने के लिए पूरा बीजेपी संगठन और केंद्र सरकार के मंत्रियों की एक पूरी फ़ौज गुजरात में अच्छे दिनों की वकालत करते देखे जा सकते हैं ।
जबकि कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी अपने भाषणों और ट्वीट के जरिये केंद्र सरकार के अच्छे दिन की धज्जिया उड़ाते नजर आ रहे हैं ।
राहुल गांधी ने अपने आक्रामक तेवरों के चलते गुजरात की जनता को ये सोचने को विवश कर दिया है कि क्या वाकई देश मे और गुजरात मे कभी अच्छे दिन आये थे या फिर अच्छे दिन के नाम पर राष्ट्रवाद के नाम पर बीजेपी अपना सत्ता हासिल करने का हित ही साधती रही है ।
गुजरात का चुनावी घमासान इस कदर गर्माहट ले चुका है कि मोदी जी चुनावी सभाओं में इमोशनल कार्ड खेलते नजर आने लगे जैसे- मैं गुजरात का बेटा हूँ मैंने चाय बेची है देश नहीं बेचा वगैरह वगैरह ।
अब यहां प्रश्न ये उठता है कि यदि वाकई गुजरात का विकास हुआ है तो मोदी माना गुजरात से हैं लेकिन उनको गुजरात की जनता को अपने गुजरात का बेटा होने की दुहाई क्यों देनी पड़ रही है उनको क्यों मजबूर होना पड़ा गुजरात की जनता को ये अहसास कराने के लिए कि वे गुजरात के बेटे हैं ।
वैसे भी जहाँ जहाँ चुनाव होते हैं मोदी जी उस प्रदेश से रिश्ता जोड़ने में देर नहीं लगाते ।
दूसरी ओर राहुल गांधी अपने आक्रामक शब्द बाणों के जरिये पूरी बीजेपी पार्टी और केंद्र सरकार को असहज करते नजर आते हैं अब वो चाहें बीजेपी अध्यक्ष के बेटे जय शाह के शाही विकास की पठकथा हो चाहें राफेल डील की पठकथा और चाहें शौर्य गाथा की पठकथा हो इन सबके साथ साथ राहुल गांधी गुजरात के विकास की बात भी उठाते नजर आते हैं ।
इसके अलावा राहुल गांधी ने जिस प्रकार मन्दिर मन्दिर जाकर माथा टेका है उससे भी बीजेपी के नेताओं की बेचेनी साफ देखी जा सकती है ।
गुजरात मे लम्बे समय से पाटीदार नेता आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं पाटीदारों की आरक्षण सम्बन्धी मांगों को बीजेपी क्यों अनदेखा करती रही आज उसी का नतीजा है कि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल गुजरात से बीजेपी का बोरिया बिस्तर बंधवाने को कटिबद्ध नजर आते हैं ।
मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस के पास न तो नीति है न नीयत है और न ही नेता है ।
अब यदि नीति और नीयत की बात की जाए तो किस नीति और नीयत के तहत देश मे नोटबन्दी और विसंगति पूर्ण जीएसटी को लागू किया गया ।
नोटबन्दी का परिणाम देश की गरीब जनता ने झेला और जीएसटी की विसंगति को व्यापारी झेल रहे हैं ।
यदि वाकई केंद्र सरकार के पास कोई नीति थी तो फिर क्या कारण था कि जीएसटी में बदलाव दर बदलाव किए जाते रहे ।
अब यदि केंद सरकार की नीति और नीयत सही थी तो चुनाव के चलते ही जीएसटी में बदलाव क्यों किये गए यदि नीति सही होती तो एक सरल और सुविधापूर्ण जीएसटी पहले ही लागू क्यों नहीं किया गया ।
नीति नीयत के बाद बात आती है कि कांग्रेस के पास नेता नहीं
कांग्रेस के पास यदि नेता नहीं तो क्या कारण है कि राहुल गांधी के आक्रामक तेवरों का जबाव देने के लिए देश के प्रधानमंत्री एवम मंत्रियों की फौज और बीजेपी संगठन को सारे कामकाज छोड़ लगातार गुजरात मे पसीना बहाना पड़ रहा है ।
मोदी जी क्यों गुजरात की जनता को अपने गुजरात का बेटा होने की दुहाई दे रहे हैं ?
बीजेपी और मोदी जी का कहना है कि कांग्रेस एक गरीब के बेटे को प्रधानमंत्री के रूप में बर्दाश्त नहीं कर पा रही है ।
अब यहां ये बताना लाजिमी है कि जब एक गरीब का बेटा सांसद ही बन जाता है तो सारी गरीबी दूर हो जाती है चहेतों का शाही विकास भी हो जाता है । जबकि मोदी जी तो देश के प्रधानमंत्री हैं अब वो कहाँ से गरीब हुए ?
मोदी जी ने गुजरात की चुनावी सभाओं में अपने भाषणों में कांग्रेस को विकास के नाम पर चुनाव लड़ने की चुनोती दी थी अब खुद मोदी जी अपने भाषणों में वंशवाद और इमोशनल कार्ड खेलते नजर आते हैं ।
इसलिए कहना पड़ता है कि फिर वही वंशवाद व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोपों के बीच विकास गुमशुदा होकर पागल हो गया है ।
अब गुजरात के इस महादंगल के परिणाम का ऊँट किस करवट बैठेगा ये तो गुजरात के आने वाले चुनाव परिणाम ही बताएंगे लेकिन गुजरात चुनाव में अकेले राहुल गांधी के तरकश के तीरों ने देश के प्रधानमंत्री और मंत्रियों की फौज के साथ बीजेपी संगठन को काम पर लगा पसीना बहाने को मजबूर कर दिया है ।
पं संजय शर्मा की कलम से

वक्त का सफर

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Fri 6th May 2016) वक्त का सफर
सफर की भीड़ को लेकर उठता है इक सवाल पर
वक्त ने जवाव दे दिया उनके ही इस सवाल पर
नहीं रुकेगा ये सफर किसी के रोकने से
छोड़ जाता है जिंदगी में इक ख्याल पर
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रिश्ते

Author  Photo Mustafa   (Fri 12th Dec 2014) रिश्ते
....
मकान चाहे कच्चे थे
लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे...
चारपाई पर बैठते थे
पास पास रहते थे...
सोफे और डबल बेड आ गए
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Author  Photo Shrivastva MK   (Sat 11th Nov 2017) Jab jab teri yaad aayi mujhe
Jab jab teri yaad aayi mujhe
mere dil ko ­ bechain kar diya,
Lut ke us hasin pal ko­
mere khushi ko gam me badal diya,
Ye pa­l najane kyon khafa hai mujhse
Bna ke tumhe­ zindagi meri
mujhe tumse dur kar diya,
mujhe tumse dur kar diya,

Tere bagai.... Read More

बेटीयाँ बोझ नही है।

Author  Photo Shrivastva MK   (Mon 2nd Oct 2017) बेटीयाँ बोझ नही है।
बेटियां परायी नही ये दो परिवारों का प्यार है,
बेटियाँ बोझ नही ये उस स्वर्ग का द्वार है,
जिसे हम मजबूर समझते है हर वक़्त,
वो बेटी मजबूरी नही धारधार तलवार है,

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जो जानती हो हर दुख को भी सुख में बदलना,
बेटीयाँ उस माँ का वरदान होती है,
.... Read More

UDAAN

Author  Photo Mukesh Musafir   (Wed 18th Nov 2015) UDAAN
हर एक परिॅदा अनजान होता है मगर ऊॅची ऊसकी ऊडान होती है
भरा होता है मन मे हौसला और ऊमंग उनकी जवान होती है
तुम कहाॅ जानोगे ताकत मेरी बादलो को चीर के जाना पडता तब जा के कही पहचान होती है
रोज होता है रासता इक और मंजिल भी बिरान होती है
ऐसा है मेरा मूकॅदर मगर खुदा का लिखा देखो तिनको में भी जान होती है.... Read More

mother is the most important ingredient in the recipe of life

Author  Photo SONIA PARUTHI   (Sun 28th Jul 2019) mother is the most important ingredient in the recipe of life
Hey ishwar haath jodkar vinti hai aapse,

Kabhi kisi bacche ko dur nahi karna uski maa se.

Bhut takleef hoti hai jab maa ka saya nahi hota,

Dil andar se tootkar bhut hai rota.

Kehte hain har jagah ishwar nahi ho pate,
.... Read More

MOHABBAT CHHOD DENGE HUM

Author  Photo Shrivastva MK   (Wed 25th Oct 2017) MOHABBAT CHHOD DENGE HUM
Sapne dikha kyon tor diya ,
Waada kar sath nibhane ka
Manzil se pahle hi kyon chhod diya,
Ab tujhse sare ristey tod denge hum ,
Mohabbat chhod denge hum,
Mohabbat chhod denge hum. ...


Ab to akele rahne ki aadat si ho gai hain ,
Tujhse to mujhe ab nafrat ho gai hain,.... Read More

AAJ USKE HOTHON SE KYA HO GYA

Author  Photo Shrivastva MK   (Sat 30th Sep 2017) AAJ USKE HOTHON SE KYA HO GYA
Aaj mujhe phir ek khubsurat taufa mil gya,
Es tute dil ko aaj ek aur dard mil gya,
Wo kabhi meri ek chhoti si muskan ki wajah thi,
Aaj uske pyare hothon se ye kya ho gya,

Zindagi ke har pal mai sirf tumhe chahunga,
Ai bewafa sanam tu fikra na kar
Ab tere samne kabhi na aaunga,
Na tujhse sik.... Read More

शिक्षा की नीति

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Wed 26th Aug 2015) शिक्षा की नीति
कैसी है शिक्षा की रीती
असल हार गई नक़ल है जीती
लोग चढ़ावा चढ़ा रहे थे
फर्जी डिग्री ला रहे थे
कैसी विडम्बना छा रही थी
हमको कहाँ ले जा रही थी
फ़ैल रही यहाँ पर अनीति
असल हर गई नक़ल है जीती
कैसे वो इंसाफ करेंगे
अपने दिल को साफ़ करेंगे.... Read More