ख्वाब जिंदगी का दिखाकर जीना मुझे सीखाया
हरपल तूने दुख में मुस्कुराना सिखाया,
तेरे बिन हर रास्ता एक खाई लगता है,
बीच राह में छोड़कर मुझे अकेला,
पल पल मरना भी तूने दिखाया,
भूल क्या हुई मुझसे यह कभी नही बताया
साथ नही निभाना था हे दिलबर तो मुझे चलना क्यो सिखाया
याद तेरी अब हर पल एक कांटे की तरह चुभती है साथी
बस अब आखरी पल जिंदगी का तेरे याद में गुजर रहा है
एक ही उम्मीद में की कभी ना कभी मेरे प्यार का एहसास होगा तुझे,
प्यार बहुत है तुझसे, तेरे दिल के एक कोने में मेरे लिये भी कोई जगह होगी,
वरना ऐसा बेरुखी का तेरा व्यवहार कभी ना होता,
बस अब तेरे मिलने का इंतजार है