और कहा जाता है कि ज़िन्दगी में जो भी होता है कहीं न कहीं उसमे उस ख़ुदा की मर्ज़ी होती,आज मैं एक ऐसे दोस्त की बात कर रहा हूँ जिसकी उम्मीद हमने शायद सपने में भी न किया था,आज मैं उस भगवान का तहे दिल से सुक्र गुजार हूँ जिसने मुझे मोती से अनमोल,हिरे से कीमती दोस्त दिया, एक ऐसा दोस्त जिसकी तुलना आज के इंसान से नही की जाती है।जहां दुनिया एक दूसरे को रुलाने में व्यस्त है वही इस दोस्त ने मेरी पूरी कहानी बदल दी,जी हां आज मेरी पहली कहानी की एक्ट्रेस है सोनिया जी,
उस आसमानी परी से सुंदर,उस कोयल से प्यारी आवाज,और एक प्यारी सोच जिसकी पहचान है,ऐसे में हम लोग एक दुसरे के दोस्त तो साइट पर बने पर नजाने क्यों ऐसा लगता है कि इन्हें मैं बहुत पहले से जानता हूँ,
इनकी हरेक बातों में एक अलग ही खूबसूरती छलकती है,
जो भले ही हमसे दूर हो पर ऐसा लगता है वो हमेशा मेरे साथ हो,
मेरी तालाश एक सच्ची दोस्त की उस दिन खत्म हो गई जिस दिन इन्होंने मुझे अपना दोस्त बनाया,
जो शायद मुस्कुराना भूल गया था उसके चेहरे पर आज थोड़ी सी मुस्कुराहट जरूर रहती है ये सोचकर नही की कितने दर्द मिले है मुझे बल्कि ये सोचकर कि कितना Lucky हु मैं जिसे मातारानी ने मुझे उपहार स्वरूप दिया है,
ये हमेशा यू ही मुस्कुराती रहे और इनके सारे सपने पूरे हो,इनके घर खुशी के दिये हमेशा जलता रहे,इन्हें भगवान वो सारी खुशी दे जिसकी वो हक़दार है,इन्ही शब्दो के साथ मेरी पहली एक छोटी कहानी समाप्त होती है........