पाठशाला या ठगशाला ? कितने सुरक्षित हैं बच्चे इन ठगशालाओं मे ?

Author Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh' Sun 10th Sep 2017      Write your Article
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Sunday, 10 September 2017
पाठशाला या ठगशाला ? कितने सुरक्षित हैं बच्चे इन ठशालाओं मे ?
रयान इंटरनेशनल स्कूल गुरुग्राम में जिस प्रकार से छात्र प्रद्युम्न की हत्या हुई और जिसमे आरोपी बनाया गया कंडक्टर को ?
इसी प्रकार दिल्ली के पब्लिक स्कूल में छोटी बच्ची के साथ रेप जैसी दरिंदगी की घटना ने ये सोचने को विवश कर दिया कि कितने सुरक्षित है ये स्कूल ।
अभिवावक अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने और उनका भविष्य उज्ज्वल बनाने के लिए शिक्षा के इन मंदिरों में भेजते हैं ।
जबकि हकीकत ये है कि यही शिक्षा के मंदिर रूपी पाठशालाएं अब ठगशालाओं के रूप में परिवर्तित हो चुकी हैं ।
रयान स्कूल के छात्र की हत्या और दिल्ली के स्कूल में बच्ची के साथ दरिंदगी इन घटनाओं ने समाज को भी सोचने को विवश कर दिया है।
रयान स्कूल की घटना को लेकर अभिवावकों ने आक्रोशित हो स्कूल के पास सिथत शराब के ठेके में आग लगा दी । पुलिस ने लाठीचार्ज कर अपनी असंवेदनशीलता को ही प्रकट किया ।
इसके अलावा गिरफ्तार स्कूल कडंक्टर ने स्कूल को लेकर कई चौकाने वाले खुलासे भी किये और कहा कि उसके ऊपर स्कूल ने दबाव बनाया और अपने मनमाफिक बयान दिलाया ।
छात्र के परिवार द्वारा इस घटना की सी बी आई जांच की मांग की है ।
क्या है शिक्षा मंत्री के बयान के मायने-
शिक्षा मंत्री ने कहा कि रयान स्कूल की मान्यता रदद् नहीं होगी । मैं मंत्री जी से पूछना चाहता हूं जो स्कूल बच्चे की जान की हिफाजत न कर सके जहां बच्चे की हत्या जैसे जघन्य अपराध हो जाये और स्कूल के जिम्मेदार लोगों की संलिप्तता पाई जाये तो ऐसे स्कूल की मान्यता को जारी रख क्या अन्य बच्चों की जान को तो दाव पर नहीं लगाया जा रहा ।
शिक्षा का व्यवसायीकरण
आज जिस प्रकार से शिक्षा व्यापार बन चुकी है जगह जगह कुकुरमुत्तो की तरह स्कूलरूपी दुकाने क्या वो वाकई बच्चों का भविष्य संवार पाएंगी और जहाँ बड़े बड़े नामचीन स्कूल वहां तो और भी बुरा हाल है वहां तो बिना चढ़ावे यानि डोनेशन के बिना वहां एंट्री ही नहीं है ऐसे स्कूलों ने ही दलालो को पनपाने का काम किया है उस पर एक बात और की इन स्कुलो की अनाप शनाप फ़ीस जब इनका मन होता है फ़ीस मे बढ़ोत्तरी कर दी जाती है डेवलपमेंट के नाम पर बच्चों से फीस मे उगाही की जाती है
विद्यालयरूपी मंदिर अब व्यवसायिक केन्द्र बन कर रह गये है हर चीज मे दलाली किताबो के नाम पर पब्लिशर से दलाली यूनीफार्म मे दलाली अब तो ऐसा लगता है की ऐसे लोगो के लिए शिक्षा के व्यापारी के नाम पर शिक्षा के दलाल कहना ज्यादा उपयुक्त होगा ऐसे लोगो के हाथ में बच्चों का क्या भविष्य बनेगा जहाँ रुपया पैसा ही माई बाप हो ऐसे लोगो से हम क्या बच्चों का भविष्य बनाने की उम्मीद रख सकते है ।
मान्यता से शुरू होता भ्र्ष्टाचार का खेल-
ये बात जगजाहिर है कि स्कूलों की मान्यता से ही शुरू हो जाता है भ्र्ष्टाचार का खेल क्या मंत्री क्या शिक्षा विभाग सब जगह चढ़ावे का खेल है ।
शिक्षा विभाग के ऑफिस बने हैं भ्र्ष्टाचार का अड्डा-
शिक्षा विभाग कार्यालय भ्र्ष्टाचार का अड्डा बने हुए हैं कोई भी फाइल या कोई कार्य जहाँ बच्चों के बोर्ड के फार्म हो या कोई भी मार्कशीट सम्बन्धी गलती हो बिना चढ़ावा दिए वहां कोई टस से मस नहीं होता ।
क्या शिक्षा विभाग के भ्र्ष्टाचार को सरकारी संरक्षण प्राप्त होता है-
ये बात बिल्कुल सत्य है जब मान्यता लेने से ही चढ़ावा शुरू हो जाता है नियमों को दरकिनार कर दिया जाता है ।
स्कूलों की जांच या उनका अवलोकन शिक्षा विभाग अपने कार्यालय में ही बैठकर कर लेता है ।
सरकारों को आज शिक्षा की पवित्रता पर पलीता लगाने वाली ठगशालाओं के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा और ऐसे स्कूलों की मान्यता को रद्द करना चाहिए जहां बच्चों की हत्या और बलात्कार जैसी घटनाएं हुई हैं ।
इसके अलावा राजस्व की वसूली के चक्कर मे जिस प्रकार से स्कूल कालेज और मंदिरों के पास शराब के ठेके हैं उनको भी बंद कराने चाहिए ।
पं संजय शर्मा की कलम से

फरियाद

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Fri 6th May 2016) फरियाद
तुम कब्र पे आकर मेरी
ये फरियाद कर देना
खुदा को याद करके तुम
मुझे भी याद कर लेना
खुदा से पूँछ लू जाकर
तुम उसके बाद कर देना
खुद को आबाद कर देना
मुझे बरवाद कर देना

पं संजय शर्मा आक्रोश'.... Read More

संता का गुस्सा

Author  Photo Sudhakar Kumar   (Thu 15th Jan 2015) संता का गुस्सा
संता अपने 12वीं मंजिल वाले अपार्टमेंट
की बालकनी में खड़ा नीचे देख
रहा होता है।
,
अचानक एक आदमी उसे हाथ हिला के नीचे
आने
का इशारा करता है।
,
संता को समझ ना आया फिर उसने
सोचा की कोई.... Read More

बहुत धोखे खाये है हमने

Author  Photo Shrivastva MK   (Sat 11th Nov 2017) बहुत धोखे खाये है हमने
बहुत धोखे खाये है हमने,
बहुत दर्द छुपाये है हमने,
इन आँखों मे आंसू लेकर, नजाने
कितनी रात बिताये है हमने,

हर ख़्वाब तोड़ दिया है हमने,
गमो से नाता जोड़ लिया है हमने,
जिन गलियों में रहता था तेरा आना-जाना
उन गलियों में जाना छोड़ दिया है हमने,
.... Read More

HUME YU NA TADPAYA KARO...

Author  Photo Shrivastva MK   (Mon 2nd Oct 2017) HUME YU NA TADPAYA KARO...
Pyar kiya to nibhaya karo,
Deke dard judai ka na mujhe yu tadpaya karo,
Na lo meri mohabbat ka imtehaan,
Kya kami rah gai meri mohabbat me ye to btaya karo,

Sath na dena ho yadi to sapne na dikhaya karo,
Jana ho dur hi agar to kisi ke zindagi me na yu aaya karo,
Kar ke wada sath nibhane ka,.... Read More

ANGELS

Author  Photo Indrajeet   (Fri 29th Jan 2016) ANGELS
CHAHA THA TUJE PAYA BHI THA TUJE
NA JANE FIR KIYU KHOYA TUJE

HAR PAL HR VAKT TUJE KRTE MISS

PATA HAI DIL KO TUM KBHI NHI AAOGE

FIR BHI NAJANE DIL KIYU KRTA HAI AAP ENTJAR

AAP KE AANE SHE PEHELE THA ENTJAR AAP K CHALE JANE KE.... Read More

dil e dadhkan ke naam

Author  Photo SONIA PARUTHI   (Sun 28th Jul 2019) dil e dadhkan ke naam
Kaun aaya hai dil ke dwaare dastak dene,
Hichkiyan rukne ka naam hi na le.

Kaun itni shiddat se yaad kar raha hai humein,
Dadhkano ki har awaaz mein paate hain sirf tumhein.

Aapki har baat yaad kar bewajah muskurate,
Sab humein jhalli si pagli keh jaate.

Is qadar khoye se rehne lage hain.... Read More

Mai Mai hun ya koi aur

Author  Photo Uma   (Wed 25th Oct 2017) Mai  Mai hun ya koi aur
khud se ye sawal puchta hai man
mai mai hun ya koi air
har badalta suvicharon se badhta
hai isme aks mera hi ya samata koi aur hai

mai jaanti hun k badhti hai zimmedari
dheere dheere
badalti hain aadtain saari
dheere dheere
.... Read More

चला जाऊंगा एक दिन मैं इस दुनिया से...

Author  Photo Shrivastva MK   (Sun 1st Oct 2017) चला जाऊंगा एक दिन मैं इस दुनिया से...
चला जाऊंगा एक दिन मैं इस दुनिया से
तुम्हे अकेला छोड़कर,

फिर ना मेरी याद आएगी तुझे
ना मैं आऊंगा वापस लौटकर,

पता है मुझे उस दिन ये पल थोड़ा उदास रहेंगे
मेरी कसम तुझे, ना याद करना मुझे रो- रो कर,

चंद शब्द कई बार रिस्ते बना देते है.... Read More

ये दुनिया है

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Sun 30th Aug 2015) ये दुनिया है
ये दुनिया है प्यारे
और इस दुनिया में सब कुछ बिकता है
माल यहाँ पर कैसा भी हो
बस कीमत पर मिलभव टिकता है
ये दुनिया है प्यारे...................
रिश्ते की क्या बात करें हम
हर शगुन पे जब भाव बढ़ता है
दाम लगते उनके अपने ही
कीमत का पता जब चलता है
कैसे कैसे लोग यहाँ पर देखो.... Read More