क्या ये जीत वाकई मोदी लहर से मिली है ?

Author Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh' Sat 26th May 2018      Write your Article
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#ई_वी_एम_को_बाहर_करो_बैलेट_से_चुनाव_करो
*क्या ये जीत वाकई मोदी लहर से मिली है*?
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*बीजेपी को त्रिपुरा के साथ गिफ्ट में अब तो मेघालय भी मिल गया इसलिए*--
क्या अब नीरव मोदी विजय माल्या ललित मोदी दाऊद इब्राहिम भारत की जेल की शोभा बढ़ाएंगे ?
क्या पेपर लीक कांड से अपने अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे युवाओं को उनका अधिकार अब मिल जाएगा ?
क्या अब देश में कोई आंतकवादी घटना नहीं होगी?
क्या गरीबों को पक्के मकान अब मिल जाएंगे ?
क्या अब कोई बेरोजगार नहीं रहेगा ?
क्या अब युवाओं को नॉकरी मिल जाएगी ?
क्या अब चीन और पाकिस्तान भारत को आंखें तो नहीं दिखायेगा ?
क्या अब दुश्मन के 1 सर के बदले 10 सर लाये जाएंगे ?
क्या अब गंगा स्वच्छ हो जाएगी ?
राममंदिर का मामला तो खैर सुप्रीम कोर्ट में है पर क्या 2019 में राम मंदिर बन जायेगा ?
क्या धारा 370 समाप्त हो जाएगी ?
क्या अब हमारे देश का किसान खुशहाल हो जाएगा ?
क्या अब बाहर गया काला धन अब देश मे आ जायेगा ?
क्या अब हर खाते में 15 लाख मिल जाएंगे
क्या अब देश मे आपसी भाई चारा बढ़ जायेगा ?
ये सारे वादें आपके द्वारा देश की जनता से किये गए थे ।
अगर ये सारे वादें आपके 2019 में पूरे हो जाएं तो हमें कोई एतराज नहीं है आपकी इस जीत दर जीत से बस जनता से किये अपने वादे पूरे कर दो क्योंकि अब तो भारत में 21 राज्य आपके हो गए एक रिकॉर्ड भी बन गया वैसे यदि रिकार्ड पर ध्यान देने की बजाय जनता से किये वादों पर ध्यान दिया जाय तो वो बेहतर होगा वैसे अब बचे ही कितने राज्य हैं चाहो तो अश्वमेघ का घोड़ा छोड़ सकते हो बस ई वी एम मेहरबान होनी चाहिए ।
यहां मैं इस बात का जबाव देने के लिए भी तैयार हूं कि उपचुनाव बीजेपी क्यों हार जाती है ?
अब जो बीजेपी उपचुनाव हार जाए और मुख्य चुनाव जीत जाए तो आश्चर्य तो है ही क्योंकि जनता बीजेपी का शासन देखने के बाद उपचुनाव के जरिये बीजेपी में अपनी असहमति व्यक्त कर रही है ।
यानी जानबूझकर छोटी मछलियों को अनदेखा तो नहीं किया जाता जिससे शिकारी का शिकार सहजता से चलता रहे और वैसे भी शिकारी की निगाह तो मगरमच्छ पर जो रहती है ।
मेरी समझ में उपचुनाव के जरिये ये जताने की कोशिश की भी जाती है कि गड़बड़ी ई वी एम में नहीं गड़बड़ी विपक्ष के दिमाग मे है ।
वैसे यदि वाकई बीजेपी की जीत में मोदी लहर का हाथ है तो उसे बैलेट पेपर से चुनाव कराने की विपक्ष की मांग का समर्थन करना चाहिए मालूम पड़ जायेगा कि ये लहर ई वी एम की है या वाकई मोदी लहर है ।
वैसे सोचने वाली बात है कि मेघालय में क्यों नहीं दिखी मोदी लहर और पूर्व में भी कई राज्यों के चुनावों में क्यों नहीं दिखी मोदी लहर ?
इसलिए सम्पूर्ण विपक्ष को चुनाव आयोग पर 2019 के चुनाव बैलेट पेपर से न कराने की सूरत में चुनावों का बहिष्कार करने का हौसला भी दिखाना होगा ।
यहां मैं एक बात सारे विपक्ष से भी कहना चाहता हूं कि यदि ई वी एम में उनके अनुसार गड़बड़ी है तो सारे दल मिलकर चुनाव आयोग के समक्ष अपनी मंशा क्यों नहीं रखते ?
क्यों नहीं चुनावों का बहिष्कार कर देते ?
क्यों नहीं ई वी एम के मुद्दे को जनता के बीच ले जाकर एक जन-आंदोलन खड़ा करते ?
क्यों नहीं चुनाव आयोग के समक्ष इस नारे और मांग के साथ जाते कि "ई वी एम को बाहर करो बैलेट से चुनाव करो"
और क्यों नहीं जनता के बीच बैलेट से चुनाव या ई वी एम से चुनाव इस बात की राय शुमारी या सर्वे कराते ?
विपक्ष द्वारा ई वी एम की संदिग्धता को लेकर चुनाव आयोग जो कि एक निष्पक्ष संस्था है क्यों नहीं बैलेट पेपर से चुनाव करा विपक्ष का मुंह बंद कर रही । चुनाव परिणाम से सारा गणित नापा जा सकता है ।
चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता बनाये रखने के लिए चाहिए कि भारत में लोकतंत्र की परंपरा कायम रहे इसलिए जनता के बीच जाकर एक सर्वे कराया जा सकता है कि भविष्य में चुनाव ई वी एम से हो या बैलेट पेपर से हो ।
पं संजय शर्मा की कलम से

कैसे आजमाइश है

Author  Photo Madhu Bhagat   (Thu 29th Sep 2016) कैसे आजमाइश है
हम सुनाते जा रहे थे ,
वो सुनते जा रहे थे ,
हमने कहा क्या खूब लिखा है जनाब
वो नजरें इधर -उधर कर बस कह रहे थे ,
वक़्त में ख्वाहिशों को होना वाज़िब है
लेकिन आपकी ख्वाईश में निराशा का होना
ये आपकी कैसे आजमाइश है ।
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Dekhi hai hamne chaal sabhi

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Sun 1st Feb 2015) Dekhi hai hamne chaal sabhi
Dekhi hai hamne chaal sabhi
Shah maat ka khel chalta hi gaya
Har chaal samjhte hai unki
Unka bhi number lagta gaya
Yaro ki yari dekhi hamne
Unka bhi mousam badalta gaya
Kabhi saath khade the vo apne
Unka bhi para chadta gaya
Badlega mousam apna bhi
Us mousam ki tum baat karo.... Read More

स्वतन्त्रता की बलिवेदी

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Sat 26th May 2018) स्वतन्त्रता की बलिवेदी
देवी स्वतन्त्रता धन्य तुझे
तेरी अनुपम परिभाषा थी
हम बाट देखते थे सुभगे
तेरी ही शुभ अभिलाषा थी
लाखों का रक्त बहा तब भी
नहीं मिटी दासता की लड़ियाँ
आजादी की बलिवेदी पर
स्वाहा हुई वीरों की लड़ियाँ
पर गाँधी जी को धन्य धन्य
परिवार समेत जवाहर को.... Read More

MATA-PITA

Author  Photo Shrivastva MK   (Wed 4th Oct 2017) MATA-PITA
MAA

Maa mamta ki phool hai,
maa pyaar ka samundar hai,
badal de dhukh ko bhi sukh mein,
Maa ke andar karuna ka wo bhandar hai,

Maa duniya ki janani hai,
Maa surya ki raushani hai ,
jinke paas maa hai wo nirdhan nahi ,kyoki .... Read More

जिंदगी

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Sun 8th May 2016) जिंदगी
गिला नहीं है जिंदगी से
गिला तो है इस बात का
कब मौसम बदल जाये
दिन हो चाहें रात का
जज्बातों से यहां खेलते
हमदर्द नहीं जज्बात का
दिल को कैसे घायल करते
निष्कर्ष यही हालात का

पं संजय शर्मा 'आक्रोश'.... Read More

Ishq Pyaar Mohabbat

Author  Photo Nisha   (Tue 27th Jan 2015) Ishq Pyaar Mohabbat
Ishq, Pyaar, Mohabbat,
Inaayat ho ya Ibaadat

Yaa Khudaa bakhshi jaye is andaaj main,
Bhulaa naa paaye umardraaj hum

Haqeeqaton m badle khwaab,
Aitbaar ho behisaab

Khwaahishe rh b jaye adhoori,.... Read More

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल

Author  Photo Shrivastva MK   (Sat 26th May 2018) ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की मयूशी मुस्कान में कर,
उनकी सारी मुरादे हो जाये पूरी,
उनके किस्मत का रुख ऐसा कर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे प्यारे दोस्त खुश रहे उम्र भर,
हर कांटे भी फूल लगने लगे उन्हें,
ऐसा हिम्मत उनके अन्दर भर,
.... Read More

BECAUSE...

Author  Photo Shrivastva MK   (Wed 4th Oct 2017) BECAUSE...
I can't live without you,
Because you are my heart & life.

I can't stay away from you,
Because I want to see you day & night.

I can't do anything without you,
Because you are my work & time,.

I will surrender my whole life,.... Read More

चंद्रमा

Author  Photo Sonu Mishra   (Tue 2nd Feb 2016) चंद्रमा
चंद्रमा

खामोश रात का चंद्रमा, क्यूं आज मुस्कराने लगा।
उदास "चंचल" की बाहो मे, कैसे दिल बहलाने लगा ॥॥

कुछ ऐसी उम्मीद नही थी,
बहार पतझड़ मे आने की।
जिंदगी ने कसम खाई थी,
आज अभी मर जाने की॥
फिर मुरझाया फुल ये कैसा, उपवन को महकाने लगा।.... Read More