गुजर जाता है समय यादों का कारवां साथ मे लेकर,
मुश्किल हो जाता जीना बिन तेरे जब होता है
यह एहसास की कितने बदल गए हो तुम,
अजीब सी आहट आज भी सताती है
जब तुम्हारा इस तरह का देखकर बर्ताव।
क्या गुनाह था मेरा की छोड़कर मुझे अकेला ऐसा सनम तुम हो गए बेवफा।
मजबूर ना मैं था ना तुमने होने दिया ,
बातों बातों में गुजर गए दिन लेकिन इतना दूर आकर आज
मैं करता हूँ महसूस फिर दुनिया के इस भीड़ में आज अकेला ।
प्यार किया मैने बिना बताए तुमसे बस यही मेरा जुर्म था
चाए तो सजा ए मौत दे पर फिर भी मरते दम तक मेरा फैसला तो यही रहेगा
तुम्हारे लिए दिल मेरा हमेशा धड़कता रहेगा।