ए दिल माफ़ करना मुझे,
घुट घुट रोना पढता है तुझे.
तकलीफ होती है जब गला भर आता,
पर एक आंसू का कतरा न गिरे ध्यान रखना पड़ता.
उदास है मेरी निगाहें,
ढूंढती हैं माँ आपको मेरी नज़रें
बहुत याद आ रही है आपकी,
क्यों छोड़ के आप चली गयी..
माना मेरी आँखें आपको देख नहीं सकती,
पर मेरी रूह आपको हर पल महसूस करती.
आप जब प्यार से सोनी कह बुलाती हो,
आज भी वो आवाज़ इन हवाओं में गूंजने दो
दिल की जाने कब पूरी होगी आस,
कब मिलान की पूरी होगी प्यास.
हर धड़कन आपको पुकार रही,
खामोशियों से सिसकियां रात को लेटी रही.
गिन रही हो तारें रात भर,
शायद माँ की झलक दिख जाये उधर
क्यों कोई एक बार जाने के बाद वापिस नहीं आता,
शायद वो दुनिया बहुत खूबसूरत होगी कि आने का मन नहीं करता.
आपकी खुशबु को हर पल महसूस ही किया,
जाने इस बच्ची को किस बात का सिला दिया.
आपसे सुबह है मेरी आपसे ही शाम,
भेज दो माँ को वापिस भेजा खुदा को पैगाम.
क्या कोई गुज़ारिश कर सकता उस खुदा से,
कोई मुझे मेरी माँ से मिला दे.
माँ आपकी याद सता रही मेरे पास अब आ भी जाओ,
फिर से बालों को सहलाकर बातें बताओ.
थक गयी ह अपने आँचल में छुपा लो,
एक बार फिर बचपन की लोरिया सुना दो.
माँ मेरी जान है और जान मेरी उस भगवान् के पास,
एक बेटी पुकारे है माँ को मिला दो बस यही एक अरदास