Life is very beautiful

Author Photo Sudhakar Kumar Sat 6th Dec 2014      Write your Story
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एक नगर में एक मशहूर चित्रकार रहता था ।
चित्रकार ने एक बहुत सुन्दर तस्वीर बनाई और उसे नगर के चौराहे मे लगा दिया और
नीचे लिख दिया कि जिस किसी को , जहाँ भी इस में कमी नजर आये वह वहाँ निशान लगा दे ।
जब उसने शाम को तस्वीर देखी उसकी पूरी तस्वीर पर निशानों से ख़राब हो चुकी थी ।
यह देख वह बहुत दुखी हुआ । उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करे वह दुःखी बैठा हुआ था ।
तभी उसका एक मित्र वहाँ से गुजरा उसने उस के दुःखी होने का कारण पूछा तो उसने उसे पूरी घटना बताई ।
उसने कहा एक काम करो कल दूसरी तस्वीर बनाना और उस मे लिखना कि
जिस किसी को इस तस्वीर मे जहाँ कहीं भी कोई कमी नजर आये
उसे सही कर दे । उसने अगले दिन यही किया ।
शाम को जब उसने अपनी तस्वीर देखी तो उसने देखा की तस्वीर पर किसी ने कुछ नहीं किया ।
वह संसार की रीति समझ गया । "कमी निकालना , निंदा करना , बुराई करना आसान ,
लेकिन उन कमियों को दूर करना अत्यंत कठिन होता है "
"जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है;.,,,
वेस्ट करो तो भी पिघलती है,,,,,,
इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो,
वेस्ट तो हो ही रही है.,,

"Life is very beautiful"

आवाज़

Author  Photo Sonu Mishra   (Tue 2nd Feb 2016) आवाज़
आवाज़-ए-अनादिल भी बयाबाँ तेरे बगैर
लगती है सबा ये भी पशिमाँ तेरे बगैर

महसुस कर रहा था आँगन में मैं तुझे
के सुना लग रहा था दालाँ तेरे बगैर

एक बार हथेली में मेरे फुल रख गयी
खिलती नहीं है तबसे कालियाँ तेरे बगैर

मैं तो अकेला ही किनारे से चल रहा.... Read More

राहुल गाँधी Vs प्रधानमंत्री और बीजेपी पार्टी

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Mon 18th Dec 2017) राहुल गाँधी Vs प्रधानमंत्री और बीजेपी पार्टी
गुजरात के इस प्रतिष्ठापूर्ण दंगल की हलचल पूरे देश मे सुनी जा सकती है ।
गुजरात के इस दंगल में एक लंबे समय से गुजरात के सिंहासन पर काबिज बीजेपी और प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है ।
शायद यही कारण है कि प्रतिष्ठा की इस महा जंग को फतह करने के लिए खुद मोदी जी तो पसीना बहा ही रहे हैं उनका साथ दे.... Read More

संभल जाते है लोग अक्सर ठोकर खाने से,

Author  Photo Shrivastva MK   (Mon 2nd Oct 2017) संभल जाते है लोग अक्सर ठोकर खाने से,
संभल जाते है लोग अक्सर ठोकर खाने से,
दर्द होता है इस दिल को किसी के दूर जाने से,
ना जाना हमे यू अकेला छोड़ अनजान राहों में,
मुझे सिर्फ तुमसे प्यार है मतलब नही जवाने से,

मुझे चाहत नही तुझे पाने की,
ना आरज़ू है दिल दुखाने की,
हा अगर गम हो कुछ तेरे हिस्से में,
तो तम्मना रखता हूं उसे भी सह जाने क.... Read More

ये गलियां बचपन की

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Wed 26th Aug 2015) ये गलियां बचपन की
ये गलियाँ तेरे बचपन की
कुछ कहती हैँ कुछ सुनती हैँ
अब वो यादें अपनेपन की
उन चौबारों में दिखती हैँ
सावन की मस्ती में जब
कोयल किलकारी भरती है
बारिश की बूंदों से ही तब
नाव हमारी चलती है
बंद हो गई धमा चौकड़ी
अब न वो बारिश दिखती है.... Read More

ye dadhkan us dadhkan se kehti hai

Author  Photo SONIA PARUTHI   (Sun 28th Jul 2019) ye dadhkan us dadhkan se kehti hai
Dadhkane jaati hain seham hamari,
Dekh bheegi palkein tumhari.
Itne nasamjh nahi hain dost hum,
Kab ho khush aur kab aankhiyan num.

Rag rag se waakif hain aapki,
Pehchaan lenge baarish mein chupe ashqon ko bhi.
Jo guza gaya kyu soch kar hote ho udaas,
Aapko aise dekh tootne lagti hai.... Read More

अच्छे दिन के तो सपने दिखात हैं -मंहगाई डायन खाय जात है

Author  Photo Pandit Sanjay Sharma 'aakrosh'   (Sun 5th Nov 2017) अच्छे दिन के तो सपने दिखात हैं -मंहगाई डायन खाय जात है
अच्छे दिन के तो सपने दिखात हैं
मंहगाई डायन खाय जात है
जहाँपनाह ये का करत जात हैं
मंहगाई डायन खाय जात है
प्याज टमाटर तो दौड़ अब लगात है
मंहगाई डायन खाय जात है
सिलेण्डर की कीमत तो आग ही लगात है
मंहगाई डायन खाय जात है
नोटबन्दी तो काम नाय आत है
मंहगाई डायन खाय जात है.... Read More

कोरा कागज़ रूठ गया हैं |

Author  Photo Madhu Bhagat   (Sat 30th Sep 2017)  कोरा कागज़ रूठ गया हैं |
न जाने क्यों आज कोरा कागज़ रूठ गया हैं,
अलमारी के नीचे दब वो छुप कर बैठ गया है,
जिसके आने की कोई गुंजाईश ही नही,
फिर क्यों हर पल उसी का इंतज़ार बन गया है?


रहा न अब कोई चुपके से बातों को बताने वाला,
हर मुश्किल को इस कोरे कागज़ पर सुलझाने वाला,
अब तो काफी वक़्त बीत गया है,
फिर भी जाने क.... Read More

अम्‍मा

Author  Photo Prabhat Kumar   (Mon 2nd Mar 2015) अम्‍मा
एक बार इस कविता को दिल से पढ़िये
शब्द शब्द में गहराई है...

जब आंख खुली तो अम्‍मा की
गोदी का एक सहारा था
उसका नन्‍हा सा आंचल मुझको
भूमण्‍डल से प्‍यारा था

उसके चेहरे की झलक देख
चेहरा फूलों सा खिलता था.... Read More

Salamat rhe aap

Author  Photo SONIA PARUTHI   (Thu 11th Jul 2019) Salamat rhe aap
Pta nahi kyu rukta nahi ashqon ka behna,

Jab bhi yaad aati hai aapki aankho se hain kehna.

Hoth kuch keh nahi paate,

Dil aur rooh bhi seham se jaate.

Chaha hai aapko chahat se bhi badhkar,
.... Read More