Monday, 13 March 2017
क्या है ई वी एम का सच ? क्या बीजेपी के लिए सिर्फ सत्ता ही सर्वोपरि है ?
मायावती के अनुसार ई वी एम में गड़बड़ी की गई-
देश का सबसे बड़ा राज्य उ प्र जहां के मोदी जी सांसद भी है इसी उ प्र से होकर दिल्ली का रास्ता जाता है और देश का एक बड़ा राज्य उ प्र मोदी जी को मुंह चिड़ा रहा था नाक का सवाल था उ प्र ।
अब क्या ई वी एम में गड़बड़ी करा बीजेपी और मोदी जी ने अपनी नाक बचाई ?
अब पंजाब गोवा मणिपुर में ई वी एम में गड़बड़ी क्योँ नहीं हुई ?
उ प्र में ई वी एम की गड़बड़ी पर मायावती ने अपने तर्क भी दिए हैं और शायद उन तर्कों को नकारा भी नहीं जा सकता । चलो मान लेते हैं कि मायावती का ये आरोप है लेकिन ये आरोप लोकतंत्र से जुड़ा हुआ है ये आरोप जनता के भरोसे से जुड़ा हुआ है । और फिर जहाँ आग होती है धुआं भी वहीं से उठता है । कड़ी से कड़ी जुड़ती है तब बनती है हथकड़ी ।
शायद सत्ता की लालसा और नाक के सवाल को लेकर ये खेल रचा गया देश का एक एक बड़ा और महत्वपूर्ण राज्य उ प्र फतह का खेल कामयाब हो जाये तो छोटे राज्यों पर फोकस करने की आवश्यकता नहीं रह जाती । (उत्तराखण्ड तो बोनस में ले लिया) ।
दूसरी बात शायद लोगों को भरमाने के लिए भी ये जरूरी था कि अन्य जगह ई वी एम में गड़बड़ी क्यों नहीं मिली ?
अब क्या यही वो मैजिक है शायद पूरी प्लानिंग से उ प्र और उत्तराखण्ड (जो कि पूर्व में उ प्र का ही हिस्सा था) का गेम खेला गया है ।
हर जगह गड़बड़ी कराते तो ये बहाना नहीं मिलता ।
वैसे मोदी जी को स्वयं आगे आकर ई वी एम की जाँच कराकर भारतीय राजनीति में एक आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए । सच्चाई उ प्र और देश की जनता के आगे आनी चाहिए ।
अब वो बात अलग है कि वो जाँच न कराये ।
क्योंकि अब तो जो जीता वही सिकन्दर अब वो जीत चाहें जैसे भी मिले ।
क्या बीजेपी के लिए सत्ता सर्वोपरि है ?--
अब लगे हाथों बात मणिपुर और गोवा की बात भी कर ली जाये जहाँ किसी को बहुमत तो नहीं मिला लेकिन कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में है ।
लेकिन यहां भी अवसरवाद की पराकाष्ठा बीजेपी ने दिखा दी है अब एक बार फिर से ये साबित हो गया बीजेपी सत्ता के लिए कुछ भी करेगी । आदर्श और सिद्धान्तों का बीजेपी सिर्फ दिखावा ही करती है बीजेपी के लिए सिर्फ और सिर्फ सत्ता सर्वोपरि है अब चाहें उसके लिए साम दाम दण्ड भेद अपनाने पड़े बीजेपी को सिर्फ और सिर्फ सत्ता चाहिए ।
पं संजय शर्मा की कलम से